लोग क्यों इस बात से खुश हो रहे कि कोई मुझे अपनी राहतें देता कोई मुझे अपनी चाहतें देता भगवान बन बैठा है यहाँ कोई मैं भी तो इक इंसान हूँ तेरी जैसी फ़िर बता तू ही , राह कौन सी है मेरी . @ Ajha . 09. 03. 16
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