इंतजार ऐसे में कैसे कोई क्या कहे और क्या सुने , कशमकश में हूँ , कि था जिसका इंतज़ार , देखो वो दूssssर से आ रहा . . . . . .
पंछी तेरा बस एक ही ठीकाना .
मीना दीदी आप के चित्र - चुनाव कितना कुछ कह जाते हैं .
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