Friday, 15 January 2016

बाजी राव मस्तानी (फिल्म )

आज 'बाजी राव मस्तानी' फिल्म  देखने गई थी . बहुत दिनों के बाद मंत्र - मुग्ध हुई पड़ी हूँ . अब तक ये तय नही कर पा रही कौन सा पक्ष कमज़ोर या सशक्त मानू. क्या कहानी , क्या दृश्यावली , क्या गाने _ बेमिसाल . ऐसा लग रहा था राजा रवि वर्मा जी की painting सजीव हो गई है , अद्भुत . मैं कहूंगी 'अनारकली 'के बाद इस तरह की मुझे ये पहली फिल्म लगी जिसमें हर बात पर 100 अंक देने का मन बना लिया है . गाने एक से बढ़कर एक है जो classical हिन्दी और laavni है . पर जो मेरे दिल को छू गया उस गीत को यहाँ मैं दे रही हूँ सुनयेगा  जरूर . @ Ajha .

तुझे याद कर लिया है
तुझे याद कर लिया है
आयत की तरह

कायम तू हो गयी है
कायम तू हो गयी है
रिवायत की तरह

तुझे याद कर लिया है
मरने तलक रहेगी
मरने तलक रहेगी
तू आदत की तरह

तुझे याद कर लिया है
ओ तुझे याद कर लिया है
आयत की तरह

ये तेरी और मेरी
मोहब्बत हयात है
हर लम्हा इसमें जीना
मुक़द्दर की बात है

कहती है इश्क दुनिया जिसे
कहती है इश्क दुनिया जिसे
मेरी जान इ मन
इस एक लफ्ज़ में ही छुपी कायनात है

मेरे दिल की राहतों का तू
जरिया बन गयी है
तेरी इश्क की मेरे दिल में
कई ईद मन गयी है

तेरा ज़िक्र हो रहा है
तेरा ज़िक्र हो रहा है
इबादत की तरह

तुझे याद कर लिया है
ओ तुझे याद कर लिया है
आयत की तरह

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