ये जो सहारा है ,
कर रहा तुम्हें
कुछ इशारा है .
ये कह रही _
मुझे तेरी जरूरत है ,
अबतक है मैंने तुम्हें थाम्हा ,
अब तू मुझे थाम ले ,
सुरक्षित मैं रहूँ ,
हँसती मैं रहूँ ,
तेरी दीदार में ही सबब -ए - शाद हो ,
तू मान ले ,
तू जान ले .
इक पल ना होना तू जुदा
आती रहे तेरी ही सदा ,
तू खुशबाश हो , शादाब हो , आबाद हो ,
बस माँ की है यही दुआ .
- - - - - - Aparna jha .
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