वो चंद अल्फाज ही थे जो तेरी यादों को बरकरार रखा वो चंद . अल्फाज ही थे जिसने तेरी बातों को याद रखा बड़ी मेहर्बानियाँ हैं इन अल्फाजों की ये हमें मिलाती भी हैं और संग जुदाई भी है . @ Ajha .31. 03. 16
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