Friday, 1 April 2016

वो चंद अल्फाज . . .

वो चंद अल्फाज ही थे जो तेरी यादों को बरकरार रखा
वो चंद . अल्फाज ही थे जिसने तेरी बातों को याद रखा
बड़ी मेहर्बानियाँ हैं इन अल्फाजों की
ये हमें मिलाती भी हैं और संग जुदाई भी है .
@ Ajha .31. 03. 16

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