ऐ ग़मे - ज़िंदगी कुछ तो कर फ़ैसला , एक तरफ़ है गुस्सा तेरा , एक तरफ़ ये अदा . सुप्रभात . चित्रण आदरणीय मीना कर्णजी के wall से .
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