अगर देखा जाय तो हर एक घटना या दुर्घटना आपको कुछ सबक देके जाती है . मैं viral fever की वजह से थोड़ी कमज़ोर सी हो गयी . पड़ोसी हमारे चूँकि एमर्जेन्सी icu के dr हैं तो उन्होंने मुझे अपने observation में एमर्जेन्सी icu में डाल दिया . दो दिनों तक जिस भयानक ज़िंदगी से दो - चार हुई , (वैसे ही dr. और दवा से कोसों दूर रहती हूँ )वो मुझे कभी भी नहीँ भूलेगा . ऐसा लग रहा था मानो मौत का मैं तांडव देख रही थी . घरवाले भी ऐसे लग रहे थे जैसे मानो इसी बात का इंतजार कर रहे हों जैसे उनके ऊपर जाने का ही इंतज़ार हो रहा हो . पर इन सब के बीच जो जिन्दादिलि की मिसाल देखी वो थी वहाँ के nurse वर्ग की तीमारदारी . ऐसे - ऐसे विकट मरीजों की प्यार से साफ़- सफाई रखना , प्यार से खाना खिलाना और उनसे उन्हीं की तरह बातें करना . सच में बहुत हैरान थी कि जिनके बीच मैं रहकर अपने ज़िंदगी की कामना कर रही थी , इन sisters का तो 365 दिन ऐसे ही गुजरता है , जरूरत है तो सेवा करने के जज्बे की. Sisters fraternity के जज्बे को सलाम करने के अलावा मेरे पास और कोई शब्द नहीँ , बस इतना ही कि , 'जाको राखे साइयाँ , मार सके ना कोय '.
long live sisters . salute to you all .
Tuesday, 6 October 2015
सेविका (Nurses )
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