डर भी रही थी और पढ भी रही थी . आपने तो डरा ही दिया ढाढस बंधाने वाली ही थी कि ऐसी बातों को ना सोचा करते . तभी जो आगे नज़र पड़ी _ हे भगवान ! आपने तो बुद्धू ही बना दिया .
सुप्रभात .
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