जर्रानवाजी की हद तो देखें जनाब चाँद ने दीपक के सामने घुटने टेके आज . बोला चाँद इंसान से मेरा साथ तो एक आँख मिचौनी है कर ले दोस्ती दीपक के संग वाबस्ता है तेरा , तेरे ही संग इसकी आनी और जानी है .
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